लखनऊ यूनिवर्सिटी / इंटर के बाद कहां ले एडमिशन in Hindi
क्या आपका भी सपना है लखनऊ यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने का लेकिन हाइ रैंक के कारण नही ले पा रहे है।
स्वागत है आपका मेरे ब्लॉग पर जिसका नाम है UVeeRight यदि आप भी 12th के बाद किसी अच्छे कॉलेज मे एडमिशन लेने की सोच रहे है और यह तय नही कर पा रहे है कि कहा एडमिशन ले तो आप सही जगह है जहाँ हम आपकी मदद करेंगे सही कॉलेज के चुनाव मे , हम आपको लखनऊ के कुछ प्रसिद्ध कॉलेज के बारे में बताएंगे जो शिक्षा के छेत्र में काफी बड़ा नाम रखते है जिनका नाम भी अच्छे कॉलेज में लिया जाता है।
यदि आप लखनऊ यूनिवर्सिटी में अपना एडमिशन लेने चाहते है लेकिन यूनिवर्सिटी में जाने वाली हाई रैंक के कारण एडमिशन नही हो पा रहा तो आप लखनऊ यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों में भी एडमिशन ले सकते है जिसमे एडमिशन लेने पर आपको लखनऊ यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त मार्कशीट प्राप्त होगी।
इस क्रम मे कई विद्यालय है जोकि इस प्रकार है -
काली चरण महाविद्यालय -
लखनऊ के चौक स्थित इस महाविद्यालय की स्थापना 1906 में प्राथमिक पाठ शाला के रूप मे हुई थी फिर 1973 में इसे महा विद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ । यह से शिक्षा ग्रहण करने वालो में मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन , साहित्यकार अमृतलाल नागर, इतिहासकार बैजनाथ पूरी ने यही से है शिक्षा ग्रहण की इनके अलावा डॉ वी के टंडन न्यायमूर्ति यू के धवन तथा अन्य महानुभूतियों ने यही से ही शिक्षा प्राप्त की । इस maha विद्यालय में स्नातक के B.A , B.com , B.sc , Bjmc परास्नातक M.A , M.com pure or aplided B.ed और अन्य कोर्स भी मौजूद है।
श्री जयनारायण महाविद्यालय-
श्री जय नारायण पीजी कॉलेज लखनऊ की स्थापना वर्ष 1917 में स्वर्गीय पं। श्री नारायण मिश्रा और स्वर्गीय पं। सूरज दिन बाजपेयी। श्री जय नारायण पीजी कॉलेज लखनऊ, लखनऊ विश्वविद्यालय का एक सहयोगी कॉलेज है। श्री जय नारायण पीजी कॉलेज लखनऊ उत्तर प्रदेश के प्रमुख संस्थानों में से एक है। श्री जय नारायण पीजी कॉलेज लखनऊ कला, विज्ञान, वाणिज्य, कानून, बीएड जैसे संकायों के साथ स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रदान करता हैश्री जय नारायण पीजी कॉलेज लखनऊ एक मामूली एंग्लो-संस्कृत स्कूल है, जो यूपी का एक प्रमुख संस्थान है। श्री जय नारायण पीजी कॉलेज को 1918 में एक मिडिल स्कूल, 1920 में एक हाई स्कूल, 1923 में एक इंटरमीडिएट कॉलेज, 1946 में एक डिग्री कॉलेज के रूप में अपग्रेड किया गया था। यह स्नातक के BA , B.com, B.sc परास्नातक में M.A , M.com , M.sc तथा अन्य कोर्स भी मौजूद है।
महिला महाविद्यालय -
महिला महाविद्यालय अमीनाबाद लखनऊ की शुरुआत 1895 मैं द हिन्दू गर्ल्स स्कूल के रूप मे। हुए शुरुवात केव नौ लड़किया ही थी 26 फरवरी 1922 को इसका नाम बदलकर महिला विद्यालय रखा गया । 1928 में इसे हाई स्कूल का दर्जा मिला 1939 में इंटर मीडिएट और अंत में महाविद्यालय पीजी डिग्री की मान्यता मिली यह स्नातक में B.A , B.com , B.sc तथा B.ed जैसे अन्य कॉर्स भी मौजूद है।
विद्यांत महाविद्यालय -
विद्यान्त हिन्दू इण्टर कालेज की स्थापना सन् 1938 में हुई। यहां कला,विज्ञान एवं वाणिज्य वर्ग की कक्षायें कक्षा छ: से इण्टरमीडिएट तक सुचारू रूप से चलती है। विद्यालय को 1944 में हाई स्कूल और 1946 में इंटरमीडिएट की मान्यता मिली बाद में 1954 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से मान्यता मिली । यह भी स्नातक और परास्नातक संबंधित विभिन कोर्स मौजूद है।
खून- खून जी महाविद्यालय -
इस कॉलेज की स्थापना 1931 को राय बहादुर श्री हरि किशन दास जी ने की थी । यह स्नातक के BA , B.com, B.sc परास्नातक में M.A , M.com , M.sc तथा अन्य कोर्स भी मौजूद है।
इसके अलावा अन्य कॉलेज जो रह गए है , जिनके बारे में आप जानना चाहते है उसके लिए आप मुझे कमेन्ट कर सकते है या फिर ई- मेल भी कर सकते है।
धन्यवाद !
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