G20 summit 2023 India in hindi
यह वर्ष भारत के लिए बेहद ही खास होने वाला है जिसमे भारत अपने अमृत काल में अपनी प्रतिभा को तो नए आयाम तक तो पहुंचा ही रहा है साथ ही साथ इस वर्ष भारत g 20 की मेजबानी भी कर रहा है । जिसमे विभिन्न देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति हिस्सा लेने जा रहे है। यहां सम्मेलन अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर पहुंच रहा है । स्वागत है आपका uveeright पर
जी20
जी20 यानी ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, ये 20 देशों का एक समूह है. ये 20 देश साल में एक बार एक सम्मेलन के लिए इकट्ठा होते हैं और दुनियाभर के आर्थिक मुद्दों के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, भ्रष्टाचार-विरोध और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर चर्चा करते हैं. जो देश इस सम्मेलन की अध्यक्षता करता है, उसका प्रमुख काम किसी विषय विशेष के प्रति सभी देशों के बीच आम सहमति बनाना होता है.
G20 के सदस्य कौन-कौन देश है
जी20 में 19 देश-
भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं. हर साल अध्यक्ष देश कुछ देशों और संगठनों को मेहमान के तौर पर भी आमंत्रित करता है.
इस बार भारत ने बांग्लादेश, ईजिप्ट, मॉरिशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को मेहमान के तौर पर बुलाया है. वहीं नियमित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों (यूएन, आईएमएफ, डब्ल्यू बी, डब्ल्यू एच ओ, डब्ल्यू टी ओ, आईएलओ, एफएसबी और ओ ई सीडी) और क्षेत्रीय संगठनों (एयू, एयूडीए-एनईपीएडी और आसियान) की पीठों के अलावा जी20 के अध्यक्ष के रूप में भारत की ओर से आईएसए, सीडीआरआई और एडीबी को अतिथि अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के रूप में आमंत्रित किया गया है।
G- 20 में शामिल देशों का प्रभाव
जी20 के सदस्य देश, दुनिया की 60% आबादी की नुमाइंदगी करते हैं. इन देशों का पूरी दुनिया की GDP में 85% और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में 75% हिस्सेदारी है.
G20 की शुरुआत कब और क्यों
साल 1997 में एशियाई वित्तीय संकट (1997 Asian Financial Crisis) के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में जी20 की शुरुआत की गई थी. शुरुआत में जी20 का ध्यान सिर्फ व्यापक आर्थिक मुद्दों पर था, लेकिन वक्त के साथ-साथ इसके एजेंडे में व्यापार, सतत विकास, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और भ्रष्टाचार-विरोध शामिल किया गया।
साल 2007 में जब पूरी दुनिया आर्थिक मंदी की चपेट में आई तो इस समूह की अहमियत और बढ़ गई. जहां पहले इस समूह में वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर शामिल थे। बाद में इसमें सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों को शामिल किया गया. इस तरह से इन देशों ने वाशिंगटन में 2008 में अपनी पहली बैठक की. साल 2009 और 2010 में जी20 की दो बैठकें हुईं. अब तक g 20 की कुल 17 बैठकें हो चुकी हैं ,और इस साल 18वीं बैठक की मेजबानी भारत कर रहा है।
G20 का उद्देश्य
सतत विकास लक्ष्यों (एस डी जी) को पूरा करने के लिए चल रहे कार्यों में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके अलावा जी20 का एक उद्देश्य तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा तैयार करना भी है। इससे भारत ही नहीं बल्कि g 20 में शामिल सभी देशों को लाभ होगा।
नई दिल्ली में 18वां जी20 शिखर सम्मेलन पूरे वर्ष मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों और नागरिक समाजों के बीच आयोजित सभी जी20 प्रक्रियाओं और बैठकों का समापन होगा। G20 शिखर सम्मेलन के समापन पर G20 नेताओं की घोषणा को अपनाया जाएगा, जिसमें संबंधित मंत्री स्तर कार्य समूह की बैठकों के समय चर्चा की गई और सहमति व्यक्त की गई प्राथमिकताओं के प्रति नेताओं की प्रतिबद्धता बताई जाएगी।
भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक जी20 की अध्यक्षता करेगा. 16 नवंबर 2022 को जी20 बाली शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी को जी20 की अध्यक्षता सौंपी गई थी। इससे पहले 8 नवंबर 2022 को पीएम ने जी20 का लोगो लॉन्च किया था ।
भारत की जी20 प्रेसीडेंसी थीम- ‘ वसुधैव कुटुबकम ’ यानी- ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ का अनावरण किया था।
g 20 के लोगो को भारत के राष्ट्रीय तिंरगा रंगों में डिजाइन किया गया है, जो हमारे पृथ्वी-समर्थक दृष्टिकोण और चुनौतियों के बीच विकास का प्रतीक है।
g 20 समिट के अतिथि सदस्य 2023
बांग्लदेश प्रधानमंत्री शेख हसीना
मॉरिशस
प्रधानमंत्री
प्रविंद कुमार जगन्नाथ
मिस्र
राष्ट्रपति
अब्देल फतह सईद हुसैन खलील अल-सीसी
नीदरलैंड
प्रधानमंत्री
मार्क रूट
ओमान
राज्य के प्रधान
सुल्तान हैथम बिन तारिक
सिंगापुर
प्रधानमंत्री
ली सीन लूंग
स्पेन
प्रधानमंत्री
पेड्रो सांचेज़
संयुक्त अरब अमीरात
राष्ट्रपति
शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान
नाइजीरिया
राष्ट्रपति
बोला अहमद टीनूबू
भारत का g 20 समिट के लिए विशेष अतिथि देश है हालाकि यह g 20 संगठन का हिस्सा नहीं है इस लिए यहां देश अतिथि के तौर पर g 20 समिट का हिस्सा बना है ।
ताज़ा जानकारी
ऋषि सुनक g 20 समिट 2023
अब तक g 20 समिट में शामिल होने वाले देशों में ब्रेटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक जो की भारत से पहले से ही संबंध रखते है तथा जो की वर्तमान में ब्रिटन के प्रधान मंत्री के पद पर आसित है उनके साथ उनकी पत्नी अक्षिता मूर्ति भी g 20 समिट का हिस्सा बनी है जो की पेशे से एक सशक्त बिज़नेस वूमेन है।
जो बाइडेन
जो बाइडेन जो की वर्तमान में अमेरिका के राष्ट्रपति है वह भी भारत g 20 समिट का हिस्सा बने । जिनको लेने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पहुंचे जहां उन्होंने स्वयं उनका स्वागत किया।
लगभग विभिन्न देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति व अधिकारी G 20 सम्मेलन का हिस्सा बने ।
G 20 समिट में रूस के पुतिन और चीन के शी जिनपिंग नहीं पहुंच रहे जिसमे रूस ने अपने आंतरिक कारण बताए परंतु चीन का अभी कोई वाजिब जवाब सामने नहीं आया है। हालाकि उनके प्रधानमंत्री ने शिरकत की।
G 20 दिल्ली भारत मंडापम
यहां मंडप तीन फ्लोर का है इसका एरिया एक फुटबॉल मैदान से 26 गुना अधिक बड़ा है । यहां मंडप में भारतीय परंपरा के मुतबिक सजाया गया है जिसमे मेन स्टेज पर सूर्य कोडांक मंदिर के चक्र का हिस्सा बनाया है । यहां बाहर के फौवरे के साथ नटराज की प्रतिमा स्थापित की गई है। यहां मंडप दिल्ली के प्रगति मैदान मे बनाया गया है।
जहा विभिन्न देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पहुंचे ।
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