लखनऊ माँ दुर्गा कोशम्भी / कुशहरी देवी in Hindi
इसके विपरीत चैत्र और शारदीय नवरात्रि में भी भारी भक्तो की भीड़ रहती है
नवाबगंज कस्बे से लगभग चार किमी दूर कुसुंभी गांव में माता कुशहरी देवी का प्राचीन मंदिर है। बताया जाता है कि यह मंदिर देश में वर्णित शक्तिपीठों मेें से एक है।
क्या है इस मंदिर की मान्यता
ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में माँ दुर्गा कोशाम्बी को काली चूड़ियाँ और फूल चढ़ाने से मन से मांगी गई सभी इच्छा माँ के आशीर्वाद से पूरी हो जाती है
इस मन्दिर में माँ की विशेष पूजा से नकारात्मक प्रभाव से भी मुक्ति मिलती है।
मन्दिर परिसर
यह अत्यंत प्राचीन मंदिर परिसर जहाँ गर्भ गृह में माँ दुर्गा कोशम्भी जिन्हें लोग कुशहरी देवी के नाम से भी जानते है माँ की प्रतिमा विराजमान है ।
यह एक तालाब है जहाँ दूर-दूर से भक्तजन स्नान करके सच्चे मन से माँ की आराधना करते है पूजा पाठ करते है।
इस तालाब में मछली पालन भी किया जाता है परंतु इनका। शिकार करना वर्जित माना जाता है,लोग माँ का दर्शन करने के पश्चात इन मछलियों को चावल , खील , आटे की गोली इत्यादि खिलाते है।
कैसे पहुचे माँ कोशम्भी / कुशहरी
देवी के मंदिर
यदि आप लखनऊ से आ रहे है तो कोई भी छेत्रीय यातायात परिवहन से सीधे माँ दुर्गा कोशम्भी के मंदिर पहुँच सकते है। यदि आप बाहर कही से आ रहे है तो आप दिल्ली से चौधरी चरण सिंह एयरपोट ( अमौसी हवाई अड्डा) के लिए फ्लाइट ले सकते है , नही तो लखनऊ चारबाग़ रेलवे स्टेशन से भी छेत्रीय यातायात परिवहन द्वारा भी सीधे मंदिर पहुँच सकते है और माँ दुर्गा कोशाम्�
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