बे fikra इश्तिहार

Tuesday, June 20, 2023

योगा डे 2023,क्यों खास है इस बार का योगा दिवस in hindi

 

भारत विभिन्न संस्कृतियों वाला देश है ऐसा कहा जाता है कि भारत की संस्कृति प्राचीन काल से है अत्यंत आत्मनिर्भर था यही  आयुर्वेद चिकित्सा की शुरुवात चरक दुवारा की गई ऐसे है ना जाने क्या क्या खोजे भारत में हुए और न जाने कितने तेजस्वी व्यक्तियों ने इस ही धरती पर जन्म लिया । लेकिन उनके अथक प्रयासों और परिश्रम का फल या यूं कहें उसका श्रेय उनको नही मिल सका लेकिन आज वर्तमान समय में भारत एक उभरती अर्थव्यवस्था और नवीन कार्यों के विश्व भर में अपनी प्रसिद्धि प्राप्त कर रहा है 

योगा डे : प्रधानमंत्री मोदी  की स्वस्थ मानव की पहल


  योगा डे की शुरुवात और क्यों खास है भारत के लिए इस बार का योगा डे

जिनमे से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिनके प्रयासों से 27 सितंबर 2014 को  अंतरराष्ट्रीय बैठक में अमेरिका ने योगा डे को मंजूरी दी। जिसके परिणाम स्वरूप 21 जून 2015 को पूरे विश्व भर में पहली बार अंतरास्ट्रीय योगा डे मनाया गया।

              इस बार का योगा डे भारत के लिए अत्यंत खास होने वाला है क्योंकि इसबार  वर्ष 2023 को भारत G -20 की भी मेज़बानी कर रहा है इस दृष्टि से इस बार का योगा डे भारत के लिए बहुत खास हो जाता है क्योंकि योगा डे की शुरुआत भी भारत में ही हुई थी जो कि इस दिन को और खास बनना देता है। 

          योगा के जनक और कहा से ली गई परिकल्पना 

कहते है  भारत आस्था से जुड़ा देश है जहाँ विभिन्न प्रकार के धर्म परम्पराये निवास करती है।

देवो के देव महादेव जिहोने अपने जप तप से योग की शुरुआत की इन्ही का ही स्वरूप है भगवान नटराज जिनकी प्रतिमा आज भी विश्व भर के प्रसिद्ध स्थलों पर लगाई जाती है जो नृत्य प्रमियों के लिए बेहद खास है । हालांकि योग का जनक महर्षि पतंजलि को कहा जाता है।योगा की शुरुवात अर्थात उसके जनक महर्षि पतंजलि को माना जाता है जिन्होंने अष्ठांग की सुरुवात की उनके दुवारा ही अल्प प्राण महा प्राण प्रडयाम की शुरुआत की गई । इन्ही के नाम पर महर्षि पतंजलि योगपीठ की शुरुवात की गई।

                   योगा डे 21 जून को ही क्यों 

यदि भौगोलिक दृष्टि से देखे तो इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध में दिन सबसे बड़ा होता है जिसके कारण इस दिन का चुनाव किया गया।

थीम:

इस बार 2023 में योगा डे की थीम "वसुधैव कुटुम्बकम" रखी गई है इसके अर्थ है कि पूरी पृथ्वी ही हमारा घर है ।अर्थात हम एक है जो हमे मिलजुल कर रहने का संदेश देती है। 

                    कैसे खास बनाये योग डे 

विश्व भर में 21 जून को योगा डे के तौर पर मनाया जाता है । इस दिन सभी व्यक्ति अपने घर की छत, पार्क आदि जगहों पर जाकर खुले में योग करने का का संदेश देते है इस ही तरह बच्चे भी अपने स्कूल कॉलेज में योग करना सीखते है जिसके लिए बड़े बड़े आयोजन भी किये जाते है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस के महत्व को समझ सके । 

बड़ो के लिए योगा : ऐसे तो सूर्य नमस्कार सभी को सीखना चाहिए परंतु किसी एक्सपर्ट की निगरानी में ही सूर्य नमस्कार सीख कर करना  जाहिए। इसके अतिरिक्त भ्रामरी प्राणायाम करने के मस्तिष्क को शांति मिलती है आज बढ़ते काम के प्रेशर को देखते हुए हमें भ्रामरी प्राणायाम करना चाहिए।

बच्चों के लिए : बच्चो के लिए ताड़ासन सबसे अच्छा है जो बच्चो के शरीर के बढ़ने में मदद करता है वृक्षआसान आदि भी बच्चो को कराया जा सकता है।

 जिनको ज्यादा कुछ नही आता वहा अनुलोम -विलोम , प्रणायाम , त्राटक कर अपना धयान केन्द्रित करना सीख  सकते है। और यदि वह यह भी नही कर सकते वह केवल विश्राम अवस्था में बैठ कर ॐ मंत्र का जाप करते हुए अपना ध्यान दोनों भौवो के बीच केंद्रित करने की कोशिश कर सकते ही इसे करने से मन भटकने की समस्या से छुटकारा मिलता है और मन शांत होता है।

 इन सबके पश्चात यदि आप इन सब विधियों में स्वयं को सहज महसूस नही कर पा रहे है तो आप साधारण पीटी से भी काम  चला सकते है । 

                 योगा करे स्वस्थ रहे मस्त रहे।

                              धन्यवाद!  

कहा है चंद्रिका देवी मंदिर और क्या है देवी मंदिर की महीमा जानने के लिए क्लिक करें।

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मैक्सिकन सैलेड इन Hindi

 

Hello friends स्वागत है आपका uveeright पर आज वर्तमान समय में दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के व्यंजन का स्वाद उपलब्ध है। जहां व्यक्ति चाहता है की  दुनियां के विभिन्न स्वाद उसे पता हो आज हम एक ऐसी ही रेसिपी के बारे में  बताने जा रहे है जो स्वादिष्ट होने के साथ साथ स्वस्थ के लिए भी अच्छी है जिसका नाम है मैक्सिकन सैलेड। 

       तो आइए शुरू करते है  

मैक्सिकन सैलेड फोटो


                                                        मैक्सिकन सैलेड 


     सामग्री  

  सैलेड की ड्रेसिंग के लिए :


                                                एक्स्ट्रा वर्जिन अलिव ऑयल

                                                    जीरा

                                                 क्रश सूखे अजविन के पत्ते 

                                                  नींबू का रस  

                                                  चिली फ्लैक  

                                                  नमक 

सलाद के लिए आवश्यक सामग्री :  

                                               लेटस लीफ   

                                               आवकडो

                                                टमाटर

                                               उबला राजमा 

                                               भुट्टे के दाने / कॉन उबला

                                              पासले लीफ 

                                              

सैलेड बनने का तरीका 

                                सबसे पहले एक बाउल में ऑलिव ऑयल डाले अब उसमे जीरा , सूखे अजविन की पत्ती ,  चिली फ्लैक , और नमक डाल कर ड्रेसिंग तैयार कर ले । अब लेट्स लीफ , टमाटर , आवकदो को अपने खाने लायक तरीके से कट कर ले, अब इन सब्जियों को एक बाउल में डाल ले उसमे उबला राजमा , उबला कॉन / भुट्टे के दाने डाल ले अब इसमें तैयार ड्रेसिंग डाल कर मिला लें बेसल लीफ डाल कर परोसे ।


                                                       खुश रहे मुस्कुराते रहे ।


                                                               धन्यवाद !

                                            

                           






                          



    

Wednesday, June 7, 2023

कालीचरण पीजी कॉलेज in hindi

 



12 पास करने के बाद हर बच्चे तथा उनके माता पिता के मन में यही सोच होती है कि वह अपने बच्चे का दाखिला ऐसे कॉलेज में करवाये की उनका चहुमुखी विकास हो सके तथा उन्हें अच्छी कैरियर गाइडेन्स भी मिल सके इसमे लखनऊ के विभिन्न कॉलेज में से एक कालीचरण पी जी डिग्री कॉलेज एक है जहाँ बच्चो के लिए विभिन सुविधाएं उपलब्ध हैं।

लखनऊ के चौक स्थित इस महाविद्यालय की स्थापना 1906 में प्राथमिक पाठ शाला के रूप मे हुई थी फिर 1973 में इसे महा विद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ । यह से शिक्षा ग्रहण करने वालो में मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन , साहित्यकार अमृतलाल नागर, इतिहासकार बैजनाथ पूरी ने यही से है शिक्षा ग्रहण की इनके अलावा डॉ वी के टंडन न्यायमूर्ति यू के धवन तथा अन्य महानुभूतियों ने यही से ही शिक्षा प्राप्त की । लखनऊ चौक स्थित कालीचरण पीजी डिग्री कॉलेज जो लखनऊ के पुराने विद्यालयो में से एक हैं यह विद्यालय अब तक अपनी 110 से ज्यादा वर्षगांठ मना चुका है । 

             किन किन कोर्स के लिए दाखिले 

स्नातक डिग्री , परास्नातक डिग्री से संबंधित विभिन कोर्स उपलब्ध है जिनमे बी.ए , बी . कॉम , बी एस सी, बी जे एम सी, तथा परास्नातक में एम. ए , एम कॉम जैसे कोर्स उपलब्ध है।

इन सब के अतिरिक्त बी . एड , जैसे अन्य कोर्स की भी पढ़ाई उपलब्ध हैं 

यहाँ बच्चो को गाइड करने के लिए समय समय पर सेमिनार जिसे कार्यक्रम भी होते है इसमें बच्चों को भविष्य के लिए तैयार होने तथा उनके लिए गाइडेंस भी प्रदान की जाती है। जिसमे योग्य बच्चो के लिए प्लेसमेंट भी दिया जाता है।  

                      अभ्युदय योजना

कालीचरण पी जी डिग्री कॉलेज जो कि उन चंद कॉलेज में से एक है जहाँ अभियुदय योजना के तहत बैंक , tgt , pgt , ssc , pet जैसे विभिन परीक्षाओ की तैयारी करवाई जाती है । 

                    खेल / पर्यावरणीय प्रभाव 


इस कॉलेज का वातावरण अत्यंत हरियाली से युक्त है यह पार्किंग की भी अच्छी व्यवस्था है ।यहां विभिन्न प्रकार के खेल संबंधित प्रोग्रामो को भी प्रोत्साहन दिया जाता है । यहां बच्चो को खेल संबंधित गतिविधियों के लिए अच्छे मैंदान भी बने हुए है।

              परिसर में स्थित मंदिर का रहस्य  

ऐसा कहा जाता है कि इस कॉलेज में स्थित सरस्वती माता का मंदिर है जहाँ पूरे भक्ति भाव से माता को याद करने तथा उनके समक्ष ताली बजाने से उनके वाद्ययंत्र की ध्वनि तरंगे स्पष्ट रूप से सुनाई देती है । 

   

                           टीचिंग स्टाफ      

यहाँ विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए पर्याप्त अध्यापक कार्यरत है। विद्यालय में विभिन्न प्रकार के कोर्स के लिए तथा विभिन्न विभागों के लिए अच्छी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की व्यवस्था देखी जा सकती है जहां ऑनलाइन टीचिंग की भी व्यवस्था तथा उपकरण मौजूद है ।यहाँ अच्छी पुस्तकालय की भी व्यवस्था है। 

          

   कालीचरण महाविद्यालय कैसे पहुंचे

कालीचरण पी जी डिग्री कॉलेज जो कि हरदोई रोड स्थित टंडन मार्ग चौक स्थित लखनऊ उत्तर प्रदेश में स्थित हैं।यहाँ पहुचने के लिए आपको ज़्यादा किसी कठनाइयों का सामना नही करना पडेगा यहाँ आप लखनऊ आकर किसी भी लोकल साधन का प्रयोग करके पहुँच सकते है। यहाँ के लिए आपको पक्का पुल होते हुए चंद मिनटों में आ सकते है इसके अतिरिक्त चौपटिया , अमीनाबाद , चारबाग़ होते हुए भी कही से आसानी से पहुँच सकते है । यहाँ के लिए विभिन्न मार्ग खुले हैं।  

 

    विद्यालय परिसर में लगी लालजी टंडन की प्रतिमा 

कालीचरण महाविद्यालय में ११अप्रैल २०२३ को स्वयं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी जी ने इस प्रतिमा का अनावरण किया था। जोकि कांसे तथा  मिश्रित धातु से मिलकर बनी है।  

                   कालीचरण शुल्क विवरन 





                         प्लेसमेंट की व्यवस्था 

महाविद्यालय में बच्चो को उपयुक्त शिक्षा और आवश्यक ट्रेनिग भी प्रदान करने की व्यवस्था समय समय पर की जाती है तथा उनमें से कुछ काबिल बच्चे अपना मुकाम भी हासिल कर ले जाते हैं। जहां उन्हें अपने अनुरूप नौकरी करने का अवसर भी प्राप्त होता 

              ऐसी ही जानकारी पाने के लिए हमसे जुड़े रहे

                                धन्यवाद!